कित्ती करें मनवार।
अरज करे है आपने,
जालोर री सरकार।।1
कोरोना ने रोकणो,
पहले रूकजो आप।
नी रूक्या जै आज तो,
पछै रहत पछताप।।2
दवा नहीं इण रोग री,
बचिया ही उपचार।
हैं रती भर मिनखपणो,
मत आजो थे बा'र।।3
हाथ मिलाणो छोड ने,
दूर सूं नमस्कार ।
मास्क लगा ने बोलजो,
ओ ही है उपचार।।4
साबु सूं हाथ धोवजो,
दिन में दस-दस बार।
तो ही रुकसी देस में,
कोरोना परसार ।।5
कोरोना रे कोप सूं,
मचियो हाहाकार ।
मिनख हुवो तो मानजो,
मत आजो थै बा'र।।6
पुलिस खड़ी है सड़क पर,
सब री पहरेदार ।
ऐकर मन सूं बोलजो,
इन की जय जयकार।।7
अठी उठी नी जावणो,
घर में कर विसराम ।
मान सला सरकार री,
पूरण होसी काम ।।8
ठंडी चीजों सूं भला,
करजो थै परहेज ।
पछै भली थै खावजो,
थोड़ी करलो जेज।।9
जै चावो थै देस में,
कल खुशियों रो ताज ।
सरकारी आदेश को,
सगळा मानो आज ।।10
खबर सही अखबार री,
जिण रो कर परसार ।
झूठी अफवा इण घड़ी,
मत मानो नर नार ।।11
भारत रो परधान भी,
सबनै जोड़े हाथ ।
समय बितावो आपरो,
घरवालों रै साथ ।।12
धरती रे भगवान री,
सेवा आठो याम ।
दूर करे ऐ रोग ने,
आप करो विसराम।।13
भामासा भी जोर रो,
कर रहिया उपकार ।
घर में बैठे कीजिए,
इन का भी सत्कार ।।14
संकट री इण टेम में,
सब करजो उपकार ।
भूखे पेट गरीब ने,
रोटी री मनवार ।।15
काळाबाजारी कठी,
मत करजो रै सेठ।
मजबूरी रो फायदो,
कितोक भरसी पेट।।16
सीएम ने सलाम है,
सजग करिया प्रांत।
काफी हद तक हो गयो,
कोरोना भी शांत।।17
मिलनै री वैळा नहीं,
मन सूं राखो मेळ ।
घर वासो भगवान रो,
मत मानो थै जेळ ।।18
पढ़ो किताबों ज्ञान री,
और पढ़ो अखबार।
दुनिया भर री खबर सूं,
पावो सच्चो सार ।।19
घर बैठा मत भूलजो,
करलो वांने याद ।
जिण रै कारण दैस री,
सीमाएं आबाद ।।
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