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01/08/2017

बाढ़ से जालोर में 500 करोड़ से अधिक का नुकसान

जालोर. जालोर जिले में बाढ़ के हालात से प्रारंभिक आकलन में 500 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। इस आकलन में सबसे अधिक नुकसान कृषि और सड़क परिवहन को हुआ है। जालोर शहर के आस पास की ही बात करें तो पानी के बहाव के बीच खेतों में खड़ी फसलें बह चुकी है। वहीं अधिकतर खेतों में पानी का भराव होने से इसमें खराबा हुआ है। कृषि विभाग ने ही प्रारंभिक पड़ताल में 70 से 8 0 प्रतिशत खरीफ के फसलों में नुकसान की बात कही है, ये आंकड़ा चौकाने वाला है। इधर सड़क परिवहन की बात करें तो भारी बारिश के बाद विभागीय सर्वे में 110 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है। जिले की कुल 4 हजार 700 किमी सड़कों में से करीब 2 हजार 700 किमी तक सड़कें टूट या बह गई है। इसी तरह डिस्कॉम को भी बारिश से 4.89 करोड़ का नुकसान हुआ है।रानीवाड़ा, सांचौर और नेहड़ क्षेत्र में 300 से 400 खंभे और टावर गिर चुके हैं। डिस्कॉम एसई बीएल दईया के अनुसार 56  किमी लाइनें 11 केवी की भी प्रभावित हुई है। पत्रिका ने विभिन्न विभागों से नुकसान के आंकड़े जुटाएं है, लेकिन ये शुरुआती आंकड़े हैं और नुकसान का आंकड़ा इससे कई गुना अधिक भी हो सकता है।

नुकसान एक नजर
 110 करोड़ का नुकसान सड़कों-पुलों को
 2700 किमी सड़कें उखड़ी
 70 से 8 0 प्रतिशत प्रारंभिक जांच में खरीफ फसलों में खराबा
 5.50 हैक्टेयर में हुई थी बुवाई
 3.20 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में फसलें प्रभावित
 2 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में फसलों में नुकसान
 10 करोड़ के लगभग नहरों-बांधों को नुकसान
5 करोड़ का डिस्कॉम को नुकसान
 3 करोड़ के लगभग जलदाय विभाग को नुकसान
 100 जीएसएस से आपूर्ति ठप
फसलों में तबाही
कृषि विभाग के प्रारंभिक तथ्य चौकानें वाले है।विभाग 70 से 8 0 प्रतिशत खरीफ की फसलों में नुकसान मान रहा है। विभागीय जानकारी के अनुसार अधिक बारिश के चलते  3.20 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई की गई फसलें किसी न किसी रूप में प्रभावित हुई है। जबकि 2 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में फसलों में सीधे तौर पर नुकसान की बात विभाग मान रहा है। इस साल करीब 5 लाख 50 हैक्टेयर के करीब खरीब की बुवाई हुई थी।
10 करोड़ तक जल संसाधन को नुकसान
बारिश से जल संसाधन विभाग को भी नुकसान उठाना पड़ा है। मुख्य रूप से बांकली, बांडी सिणधरा की केनाल को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा रानीवाड़ा क्षेत्रके जेतपुरा बांध में भी नुकसान हुआ है। विभाग ने प्रारंभिक नुकसान का आकलन 10 करोड़ रुपए किया है।
सबसे अधिक सड़कों को नुकसान
पीडब्ल्यूडी के प्रारंभिक आकलन में जिलेभर में करीब 20 हजार किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई है या प्रभावित हुई है।यह आंकड़ा काफी बड़ा है। पिछले साल अधिक बारिश के बाद भी केवल 8  करोड़ की सड़कों को ही नुकसान पहुंचा था। जबकि दो पड़े पुल जवाई और आकोली नदी पुल को भी नुकसान पहुंचा है। विभागीय जानकारी के अनुसार इस साल करीब 110 करोड़ रुपए का नुकसान प्रारंभिक आकलन में सामने आ चुका है।
जलदाय विभाग को 3 करोड़ का नुकसान
विभागीय जानकारी के अनुसार शहर की सप्लाई के स्रोत काफी प्रभावित हुए है। शहर के पास ही सोनपुरा, सांफाड़ा व कुआवेर समेत अन्य स्रोतों पर नुकसान हुआ है। सोनपुरा-सांफाड़ा में ट्यूबवैल के ऊपर से पानी का बहाव हुआ है।अनुमान के अनुसार करीब 8 0 लाख रुपए का नुकसान तो केवल जालोर में नदी के बहाव के क्षेत्र में ही हो गया है। जिलेभर में नुकसान की बात करें तो विभाग को करीब 3 करोड़ का न ुकसान हुआ है।
इनका कहना
भारी बारिश से इस बार सड़कों को अधिक नुकसान हुआ है।प्रारंभिक सर्वे में 100 करोड़ से अधिक के नुकसान की संभावना है। मुख्य रूप से दो पुल आकोली और जवाई को नुकसान पहुंचा है।
एनके माथुर, एसई, पीडब्ल्यूडी
जिले में अतिवृष्टि के बाद रानीवाड़ा समेत कई क्षेत्रों की कनेक्टिविटी नहीं थी। इसलिए सभी आंकड़े नहीं जुट पाए है। अगले 2 दिन में नुकसान के आंकड़े जुटाए जाएंगे।
- एलएन सोनी, कलक्टर, जालोर

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